PM Kisan 2025: आवेदन ज़रूरी दस्तावेज़, लाभार्थी सूची और पैसा कब मिलेगा?

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ देश की आधी से अधिक आबादी सीधे-सीधे खेती और उससे जुड़े कार्यों पर निर्भर है। किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उन्हें खेती के लिए अतिरिक्त सहारा देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत छोटे और सीमांत किसानों को हर साल ₹6000 की वित्तीय सहायता तीन किस्तों में सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है।

वर्ष 2025 में इस योजना से जुड़ी कई नई गाइडलाइन और अपडेट सामने आई हैं, जिनके बारे में किसानों के लिए जानना बेहद जरूरी है। खासतौर पर आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़, लाभार्थी सूची में अपना नाम देखने की प्रक्रिया और किस्त का पैसा कब मिलेगा—ये सभी प्रश्न हर किसान के मन में रहते हैं।

इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि PM Kisan 2025 में किसानों को आवेदन के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए, लाभार्थी सूची कैसे देखी जाती है, और सरकार द्वारा अगली किस्त का पैसा किस तारीख को भेजा जाएगा। इसके साथ ही, हम यह भी जानेंगे कि अगर पैसा न मिले तो किसान क्या कदम उठा सकते हैं।

विषय दिखाएँ

पीएम किसान योजना क्या है?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की शुरुआत 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है, जिनके पास सीमित भूमि होती है और जिनकी आय मुख्य रूप से खेती पर निर्भर करती है।

इस योजना के तहत किसानों को हर साल ₹6000 की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसे तीन समान किस्तों में (₹2000-₹2000) सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाता है। यह राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से दी जाती है, जिससे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह समाप्त हो जाती है।

योजना की प्रमुख बातें

  • लाभार्थी किसान: वे किसान जिनके पास कृषि योग्य भूमि है।
  • सहायता राशि: ₹6000 सालाना (तीन किस्तों में)।
  • उद्देश्य: किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और खेती के लिए उन्हें पूंजी उपलब्ध कराना।
  • लाभ का तरीका: पैसा सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर।

अब तक का सफर

2019 से लेकर 2025 तक इस योजना के अंतर्गत 11 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिल चुका है। समय-समय पर सरकार ने इस योजना में कई बदलाव भी किए हैं, जैसे—

  • लाभार्थियों की संख्या बढ़ाना।
  • आवेदन की प्रक्रिया को आसान बनाना।
  • ई-केवाईसी और आधार लिंकिंग को अनिवार्य करना।

इस प्रकार पीएम किसान योजना न सिर्फ किसानों की मदद कर रही है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान कर रही है।

2025 में पीएम किसान योजना के प्रमुख बदलाव

समय के साथ सरकार ने पीएम किसान योजना में कई सुधार और बदलाव किए हैं ताकि लाभ सही किसानों तक पहुँचे और किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो। वर्ष 2025 में इस योजना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बदलाव सामने आए हैं, जिनका ध्यान किसानों को अवश्य रखना चाहिए।

1. ई-केवाईसी (e-KYC) की अनिवार्यता

2025 से पीएम किसान योजना के अंतर्गत सभी किसानों के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि यदि कोई किसान समय पर e-KYC नहीं कराता, तो उसका नाम लाभार्थी सूची से हट सकता है और उसे किस्त का पैसा नहीं मिलेगा।

  • e-KYC आप स्वयं मोबाइल या कंप्यूटर से कर सकते हैं।
  • इसके लिए आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर OTP आता है।
  • जो किसान स्वयं नहीं कर सकते, वे नज़दीकी CSC केंद्र पर जाकर e-KYC पूरी कर सकते हैं।

2. आधार और बैंक खाते की लिंकिंग

अब किसानों के लिए यह भी जरूरी हो गया है कि उनका आधार कार्ड और बैंक खाता लिंक हो। यदि बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, तो सरकार किस्त की राशि भेज नहीं पाएगी।

  • बैंक खाते में नाम और आधार कार्ड में नाम बिल्कुल समान होना चाहिए।
  • छोटे-से-छोटे स्पेलिंग मिस्टेक भी किस्त आने में रुकावट बन सकते हैं।

3. भूमि अभिलेख का सत्यापन

2025 से राज्य सरकारों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे लाभार्थियों के भूमि अभिलेखों का डिजिटल सत्यापन करें। यानी किसानों के पास जितनी ज़मीन है, उसका रिकॉर्ड ऑनलाइन पोर्टल से मिलान किया जाएगा। इससे अपात्र लोगों के आवेदन अपने-आप खारिज हो जाएंगे।

4. राज्यवार नई गाइडलाइन

कुछ राज्यों ने अपनी सुविधानुसार अतिरिक्त नियम लागू किए हैं। उदाहरण के लिए—

  • कुछ राज्यों में किसानों को राजस्व विभाग से भूमि प्रमाण पत्र अपलोड करना जरूरी कर दिया गया है।
  • कुछ जगहों पर किसानों को स्व-घोषणा पत्र (Self Declaration) देना पड़ता है।

5. हेल्पलाइन और शिकायत निवारण प्रणाली

2025 में किसानों की शिकायतों को तेज़ी से हल करने के लिए नई हेल्पलाइन और ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली लागू की गई है। किसान अब सीधे पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं और उसकी स्थिति (Status) देख सकते हैं।

आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2025 में आवेदन करने के लिए किसानों को कुछ जरूरी दस्तावेज़ अपने पास रखने होंगे। यदि इनमें से कोई भी दस्तावेज़ अधूरा है या गलत जानकारी दी जाती है, तो आवेदन रिजेक्ट हो सकता है। आइए जानते हैं कौन-कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं:

1. आधार कार्ड

  • यह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है।
  • आवेदन करते समय आधार कार्ड नंबर दर्ज करना अनिवार्य है।
  • आधार कार्ड बैंक खाते और मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए।

2. बैंक खाता पासबुक

  • किस्त की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है।
  • बैंक खाता किसान के नाम पर होना चाहिए।
  • बैंक खाते में IFSC कोड और MICR नंबर सही-सही दर्ज होना आवश्यक है।

3. भूमि से जुड़े कागज़ात

  • खसरा-खतौनी, भूमि रिकॉर्ड या जमीन का कोई भी प्रमाण पत्र।
  • यह दस्तावेज़ साबित करता है कि किसान के पास कृषि योग्य भूमि है।
  • कुछ राज्यों में भूमि दस्तावेज़ का डिजिटल सत्यापन अनिवार्य किया गया है।

4. पहचान पत्र / पते का प्रमाण

  • वोटर आईडी, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड में से कोई भी।
  • इसके जरिए किसान की पहचान और पते की पुष्टि होती है।

5. मोबाइल नंबर

  • आवेदन के दौरान मोबाइल नंबर देना अनिवार्य है।
  • इसी नंबर पर OTP और किस्त से जुड़ी जानकारी भेजी जाती है।

6. पासपोर्ट साइज फोटो

  • आवेदन फॉर्म में फोटो अपलोड करना होता है।
  • CSC केंद्र पर ऑफलाइन आवेदन करते समय भी फोटो की जरूरत पड़ती है।

पीएम किसान में आवेदन की प्रक्रिया (2025)

PM Kisan 2025: आवेदन ज़रूरी दस्तावेज़, लाभार्थी सूची और पैसा कब मिलेगा? 1

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2025 में आवेदन की प्रक्रिया पहले से कहीं आसान कर दी गई है। किसान चाहे तो ऑनलाइन आवेदन स्वयं कर सकते हैं या फिर ऑफलाइन माध्यम से नज़दीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। आइए दोनों तरीकों को विस्तार से समझते हैं।

1. ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

यदि किसान स्वयं आवेदन करना चाहते हैं तो वे सीधे PM Kisan Portal (https://pmkisan.gov.in/) पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार है:

  1. सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
  2. होमपेज पर “Farmers Corner” सेक्शन में जाएं।
  3. यहाँ पर “New Farmer Registration” का विकल्प चुनें।
  4. अपना आधार नंबर दर्ज करें और कैप्चा भरें।
  5. अब आपके आधार से जुड़ी जानकारी पोर्टल पर दिखाई देगी।
  6. इसके बाद मांगी गई जानकारी जैसे—नाम, पता, बैंक खाता विवरण, भूमि रिकॉर्ड आदि भरें।
  7. सभी दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद फॉर्म सबमिट करें।
  8. आवेदन सफल होने के बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा, जिससे आप आगे स्टेटस चेक कर सकते हैं।

2. ऑफलाइन आवेदन की सुविधा

जो किसान इंटरनेट का उपयोग नहीं कर सकते, वे नज़दीकी कृषि विभाग कार्यालय या पंचायत कार्यालय में जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।

  • आवेदन फॉर्म भरकर सभी जरूरी दस्तावेज़ की फोटोकॉपी जमा करनी होगी।
  • अधिकारी आपके कागज़ात का सत्यापन करेंगे।
  • सत्यापन पूरा होने पर आपका नाम लाभार्थी सूची में जुड़ जाएगा।

3. CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) से रजिस्ट्रेशन

ग्रामीण क्षेत्रों में CSC केंद्र किसानों के लिए सबसे आसान विकल्प है।

  • किसान अपने आधार कार्ड, बैंक पासबुक और भूमि दस्तावेज़ लेकर CSC केंद्र जाएं।
  • ऑपरेटर आपके दस्तावेज़ स्कैन करके पोर्टल पर अपलोड करेगा।
  • सफल पंजीकरण के बाद आपको रसीद और रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा।

4. आवेदन की स्थिति (Application Status) कैसे जांचें?

  • पोर्टल पर “Farmer Status” सेक्शन में जाकर अपना आधार नंबर डालें।
  • यहाँ से आप देख सकते हैं कि आपका आवेदन स्वीकार हुआ है या अभी लंबित है।

लाभार्थी सूची कैसे देखें?

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2025 में पंजीकरण के बाद किसानों को यह जानने की सबसे अधिक उत्सुकता होती है कि उनका नाम लाभार्थी सूची (Beneficiary List) में आया है या नहीं। सरकार इस सूची को पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध कराती है ताकि किसान खुद आसानी से इसे देख सकें। आइए समझते हैं इसकी प्रक्रिया:

1. वेबसाइट से लाभार्थी सूची देखने की प्रक्रिया

  1. सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाएं।
  2. होमपेज पर मौजूद “Farmers Corner” सेक्शन में क्लिक करें।
  3. यहाँ आपको “Beneficiary List” का विकल्प मिलेगा, उसे चुनें।
  4. अब आपको अपने राज्य, ज़िला, तहसील/ब्लॉक और गाँव का नाम चुनना होगा।
  5. जैसे ही आप सबमिट करेंगे, आपके गाँव की पूरी सूची स्क्रीन पर खुल जाएगी।
  6. इस सूची में आप देख सकते हैं कि आपका नाम शामिल है या नहीं।

2. राज्य और जिलेवार सूची

  • लाभार्थी सूची राज्यवार और जिलेवार उपलब्ध कराई जाती है।
  • इसका फायदा यह है कि हर किसान अपने गाँव या पंचायत स्तर पर पूरी जानकारी देख सकता है।
  • सूची में किसान का नाम, पिता/पति का नाम और बैंक खाता विवरण आंशिक रूप से दिखाया जाता है।

3. मोबाइल पर लाभार्थी सूची डाउनलोड करने का तरीका

  • किसान अपने मोबाइल से भी लाभार्थी सूची डाउनलोड कर सकते हैं।
  • इसके लिए मोबाइल ब्राउज़र से पोर्टल पर जाएं और ऊपर बताए गए चरणों का पालन करें।
  • चाहें तो स्क्रीनशॉट लेकर PDF सेव कर सकते हैं, ताकि बाद में भी आसानी से देखा जा सके।

4. नाम न आने पर क्या करें?

यदि आपका नाम सूची में नहीं है, जबकि आपने आवेदन कर रखा है, तो:

  • सबसे पहले पोर्टल पर जाकर “Application Status” चेक करें।
  • यदि आवेदन रिजेक्ट हुआ है तो कारण लिखा मिलेगा, जैसे—दस्तावेज़ अधूरे हैं, आधार लिंक नहीं है या भूमि रिकॉर्ड मेल नहीं खाता।
  • समस्या ठीक करने के बाद फिर से आवेदन करें या CSC केंद्र से सुधार करवाएं।

पैसा कब मिलेगा?

beneficiery list of kisan yojana 2025
beneficiery list of kisan yojana 2025

पीएम किसान योजना 2025 में किसानों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही रहता है कि किस्त का पैसा कब आएगा। सरकार हर साल किसानों को ₹6000 की राशि तीन किस्तों में देती है। ये किस्तें सीधे किसानों के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाती हैं।

1. 2025 की किस्तों का टाइमटेबल

आमतौर पर किस्तों का वितरण इस प्रकार होता है:

  • पहली किस्त: अप्रैल से जुलाई के बीच
  • दूसरी किस्त: अगस्त से नवंबर के बीच
  • तीसरी किस्त: दिसंबर से मार्च के बीच

👉 इसका मतलब है कि साल में हर चार महीने बाद किसानों के खाते में ₹2000 जमा हो जाते हैं।

2. पैसा सीधे खाते में आने की प्रक्रिया

  • किसान के आधार और बैंक खाते का लिंक होना जरूरी है।
  • जैसे ही किस्त जारी होती है, पैसा सीधे किसान के बैंक खाते में पहुँच जाता है।
  • सरकार किसानों को किस्त की जानकारी SMS के माध्यम से भी भेजती है।

3. अगर पैसा न आए तो क्या करें?

कभी-कभी कई किसानों को किस्त का पैसा नहीं मिल पाता। ऐसे मामलों में ये कदम उठाने चाहिए:

  • सबसे पहले pmkisan.gov.in पर जाकर अपने आधार नंबर से “Beneficiary Status” चेक करें।
  • यदि स्थिति में “Payment Pending” या “Rejected” लिखा है, तो कारण भी साथ में दिया होगा।
  • सामान्य कारणों में बैंक खाता गलत होना, आधार कार्ड लिंक न होना या e-KYC अधूरी होना शामिल है।
  • समस्या को ठीक करने के लिए नज़दीकी CSC केंद्र या कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क करें।

4. भुगतान से जुड़ी नई अपडेट (2025)

  • सरकार ने 2025 से भुगतान प्रक्रिया और तेज़ करने का ऐलान किया है।
  • अब किसानों को किस्त आने में अनावश्यक देरी नहीं होगी, क्योंकि सभी दस्तावेज़ों का सत्यापन डिजिटल रूप से किया जाएगा।
  • यदि खाता आधार से जुड़ा है और e-KYC पूरी है, तो पैसा समय पर मिल जाएगा।

योजना के लाभ

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना 2025 किसानों के लिए केवल आर्थिक मदद का साधन ही नहीं है, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र को भी गहरा लाभ मिला है। आइए इसके प्रमुख फायदे विस्तार से समझते हैं:

1. किसानों को सीधी आर्थिक मदद

  • किसानों को हर साल ₹6000 की राशि सीधे बैंक खाते में मिलती है।
  • यह मदद बिना किसी बिचौलिए या दलाल के पहुँचती है।
  • इससे छोटे और सीमांत किसानों की तात्कालिक आर्थिक ज़रूरतें पूरी होती हैं।

2. खेती में निवेश की सुविधा

  • किसानों को बीज, खाद, कीटनाशक और सिंचाई जैसे कामों में अतिरिक्त पूंजी की जरूरत होती है।
  • योजना से मिलने वाली राशि इन खर्चों को पूरा करने में सहायक होती है।
  • इससे किसानों को कर्ज पर निर्भरता भी कम करनी पड़ती है।

3. ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

  • जब किसानों के हाथ में पैसा आता है, तो वे गाँव में ही वस्तुएं और सेवाएं खरीदते हैं।
  • इससे गाँव की दुकानों, मंडियों और स्थानीय कारोबार को भी फायदा मिलता है।
  • धीरे-धीरे यह राशि पूरे ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है।

4. आत्मनिर्भरता और सम्मान

  • किसानों को सीधे केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता मिलने से उनमें आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ती है।
  • योजना का नाम “किसान सम्मान निधि” रखा गया है, ताकि किसानों को यह महसूस हो कि यह केवल आर्थिक मदद नहीं बल्कि उनका सम्मान है।

5. पारदर्शिता और तकनीकी सुधार

  • DBT (Direct Benefit Transfer) प्रणाली से पारदर्शिता बनी रहती है।
  • आधार और बैंक खातों की लिंकिंग के कारण फर्जीवाड़े की संभावना कम हो गई है।
  • 2025 में डिजिटल सत्यापन और e-KYC अनिवार्यता ने इसे और भरोसेमंद बना दिया है।

आम समस्याएँ और समाधान

हालाँकि पीएम किसान योजना 2025 को किसानों तक पहुँचाने के लिए सरकार ने प्रक्रियाओं को आसान बनाया है, फिर भी कई बार किसानों को कुछ सामान्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं के साथ-साथ उनके समाधान भी जानना जरूरी है।

1. आवेदन रिजेक्ट होना

समस्या: कई किसानों का आवेदन रिजेक्ट हो जाता है।
कारण:

  • दस्तावेज़ अधूरे या गलत होते हैं।
  • बैंक खाता या आधार कार्ड की जानकारी मेल नहीं खाती।
  • किसान के पास कृषि योग्य भूमि का रिकॉर्ड नहीं मिलता।

समाधान:

  • आवेदन करने से पहले सभी दस्तावेज़ ध्यान से जांचें।
  • बैंक खाते और आधार कार्ड में नाम और जन्मतिथि बिल्कुल समान होनी चाहिए।
  • भूमि अभिलेख अपडेट करवा कर ही आवेदन करें।

2. बैंक खाते में पैसा न आना

समस्या: लाभार्थी सूची में नाम होने के बावजूद कुछ किसानों के खाते में पैसा नहीं आता।
कारण:

  • बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है।
  • IFSC कोड या खाता नंबर गलत दर्ज किया गया है।
  • बैंक खाते में नाम और आधार कार्ड का नाम अलग-अलग है।

समाधान:

  • नज़दीकी बैंक शाखा में जाकर आधार लिंकिंग की स्थिति चेक करें।
  • पोर्टल पर जाकर “Beneficiary Status” से कारण पता करें।
  • गलत जानकारी को CSC केंद्र पर जाकर सुधारें।

3. e-KYC अधूरी रह जाना

समस्या: यदि किसान की e-KYC पूरी नहीं हुई है तो किस्त रोक दी जाती है।
समाधान:

  • pmkisan.gov.in पर जाकर OTP आधारित e-KYC करें।
  • यदि आधार से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है तो नज़दीकी CSC केंद्र जाकर बायोमेट्रिक के माध्यम से e-KYC पूरी करें।

4. भूमि रिकॉर्ड से जुड़ी दिक्कतें

समस्या: कुछ राज्यों में किसानों के भूमि दस्तावेज़ डिजिटल पोर्टल से मेल नहीं खाते।
समाधान:

  • अपने जिले के राजस्व विभाग में जाकर भूमि अभिलेख अपडेट कराएं।
  • सही खसरा-खतौनी की कॉपी आवेदन के साथ अपलोड करें।

5. शिकायत दर्ज करना

यदि किसी समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर नहीं होता तो किसान सीधे ऑनलाइन शिकायत (Grievance) दर्ज कर सकते हैं।

  • पोर्टल पर “Helpdesk” सेक्शन में जाएं।
  • अपना आधार नंबर और समस्या का विवरण भरें।
  • दर्ज की गई शिकायत की स्थिति बाद में पोर्टल से ट्रैक की जा सकती है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना 2025 किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा है। इस योजना ने देशभर के करोड़ों किसानों को सीधी आर्थिक मदद पहुँचाकर न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभाई है।

2025 में योजना से जुड़े नए बदलाव—जैसे e-KYC की अनिवार्यता, आधार-बैंक खाते की लिंकिंग और भूमि अभिलेख का डिजिटल सत्यापन—ने इस योजना को और अधिक पारदर्शी और भरोसेमंद बना दिया है। हालांकि आवेदन या किस्त से जुड़ी कुछ सामान्य समस्याएँ सामने आती हैं, लेकिन सरकार ने उनके समाधान के लिए हेल्पलाइन, ऑनलाइन पोर्टल और CSC केंद्रों के माध्यम से पर्याप्त व्यवस्थाएँ की हैं।

सबसे अहम बात यह है कि किसान समय-समय पर अपनी लाभार्थी सूची और भुगतान की स्थिति चेक करते रहें और अपने दस्तावेज़ों को सही और अपडेट रखें। ऐसा करने से उन्हें किस्त का पैसा समय पर मिलेगा और योजना का लाभ बिना किसी रुकावट के प्राप्त होगा।

👉 कुल मिलाकर, पीएम किसान योजना 2025 सिर्फ आर्थिक मदद नहीं बल्कि किसानों के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में सरकार का एक बड़ा कदम है।

Wasim Akram

वसीम अकरम WTechni के मुख्य लेखक और संस्थापक हैं. इन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है लेकिन इन्हें ब्लॉगिंग और कैरियर एवं जॉब से जुड़े लेख लिखना काफी पसंद है.

Leave a Comment